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bismillah

حمٓ
ح م

Hameem

हा॰ मीम॰

Tafseer (तफ़सीर )

عٓسٓقٓ
ع س ق

'aynseenqaf

ऐन॰ सीन॰ क़ाफ़॰

Tafseer (तफ़सीर )

كَذَٰلِكَ
इसी तरह
يُوحِىٓ
वही करता है
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
وَإِلَى
और तरफ़
ٱلَّذِينَ
उनके जो
مِن
आपसे पहले थे
قَبْلِكَ
आपसे पहले थे
ٱللَّهُ
अल्लाह
ٱلْعَزِيزُ
जो बड़ा ज़बरदस्त है
ٱلْحَكِيمُ
ख़ूब हिकमत वाला है

Kathalika yoohee ilayka waila allatheena min qablika Allahu al'azeezu alhakeemu

इसी प्रकार अल्लाह प्रुभत्वशाली, तत्वदर्शी तुम्हारी ओर और उन लोगों की ओर प्रकाशना (वह्यप) करता रहा है, जो तुमसे पहले गुज़र चुके है

Tafseer (तफ़सीर )

لَهُۥ
उसी के लिए ही है
مَا
जो
فِى
आसमानों में है
ٱلسَّمَٰوَٰتِ
आसमानों में है
وَمَا
और जो
فِى
ज़मीन में है
ٱلْأَرْضِۖ
ज़मीन में है
وَهُوَ
और वो
ٱلْعَلِىُّ
बहुत बुलन्द है
ٱلْعَظِيمُ
बहुत बड़ा है

Lahu ma fee alssamawati wama fee alardi wahuwa al'aliyyu al'atheemu

आकाशों और धरती में जो कुछ है उसी का है और वह सर्वोच्च महिमावान है

Tafseer (तफ़सीर )

تَكَادُ
क़रीब है कि
ٱلسَّمَٰوَٰتُ
आसमान
يَتَفَطَّرْنَ
वो फट पड़ें
مِن
अपने ऊपर से
فَوْقِهِنَّۚ
अपने ऊपर से
وَٱلْمَلَٰٓئِكَةُ
और फ़रिश्ते
يُسَبِّحُونَ
वो तस्बीह करते हैं
بِحَمْدِ
साथ तारीफ़ के
رَبِّهِمْ
अपने रब की
وَيَسْتَغْفِرُونَ
और वो बख़्शिश माँगते हैं
لِمَن
उनके लिए जो
فِى
ज़मीन में हैं
ٱلْأَرْضِۗ
ज़मीन में हैं
أَلَآ
ख़बरदार
إِنَّ
बेशक
ٱللَّهَ
अल्लाह
هُوَ
वो ही है
ٱلْغَفُورُ
बहुत बख़्शने वाला
ٱلرَّحِيمُ
निहायत रहम करने वाला

Takadu alssamawatu yatafattarna min fawqihinna waalmalaikatu yusabbihoona bihamdi rabbihim wayastaghfiroona liman fee alardi ala inna Allaha huwa alghafooru alrraheemu

लगता है कि आकाश स्वयं अपने ऊपर से फट पड़े। हाल यह है कि फ़रिश्ते अपने रब का गुणगान कर रहे, और उन लोगों के लिए जो धरती में है, क्षमा की प्रार्थना करते रहते है। सुन लो! निश्चय ही अल्लाह ही क्षमाशील, अत्यन्त दयावान है

Tafseer (तफ़सीर )

وَٱلَّذِينَ
और वो जिन्होंने
ٱتَّخَذُوا۟
बना लिया
مِن
उसके सिवा
دُونِهِۦٓ
उसके सिवा
أَوْلِيَآءَ
हिमायती / दोस्त
ٱللَّهُ
अल्लाह
حَفِيظٌ
ख़ूब निगहबान है
عَلَيْهِمْ
उन पर
وَمَآ
और नहीं
أَنتَ
आप
عَلَيْهِم
उन पर
بِوَكِيلٍ
कोई ज़िम्मेदार

Waallatheena ittakhathoo min doonihi awliyaa Allahu hafeethun 'alayhim wama anta 'alayhim biwakeelin

और जिन लोगों ने उससे हटकर अपने कुछ दूसरे संरक्षक बना रखे हैं, अल्लाह उनपर निगरानी रखे हुए है। तुम उनके कोई ज़िम्मेदार नहीं हो

Tafseer (तफ़सीर )

وَكَذَٰلِكَ
और इसी तरह
أَوْحَيْنَآ
वही की हमने
إِلَيْكَ
तरफ़ आपके
قُرْءَانًا
क़ुरान
عَرَبِيًّا
अर्बी
لِّتُنذِرَ
ताकि आप डराऐं
أُمَّ
मक्का वालों को
ٱلْقُرَىٰ
मक्का वालों को
وَمَنْ
और उनको जो
حَوْلَهَا
इर्द -गिर्द हैं उसके
وَتُنذِرَ
और आप डराऐं
يَوْمَ
जमा होने के दिन से
ٱلْجَمْعِ
जमा होने के दिन से
لَا
नहीं कोई शक
رَيْبَ
नहीं कोई शक
فِيهِۚ
उसमें
فَرِيقٌ
एक गिरोह ( होगा )
فِى
जन्नत में
ٱلْجَنَّةِ
जन्नत में
وَفَرِيقٌ
और एक गिरोह (होगा)
فِى
दोज़ख़ में
ٱلسَّعِيرِ
दोज़ख़ में

Wakathalika awhayna ilayka quranan 'arabiyyan litunthira omma alqura waman hawlaha watunthira yawma aljam'i la rayba feehi fareequn fee aljannati wafareequn fee alssa'eeri

और (जैसे हम स्पष्ट आयतें उतारते है) उसी प्रकार हमने तुम्हारी ओर एक अरबी क़ुरआन की प्रकाशना की है, ताकि तुम बस्तियों के केन्द्र (मक्का) को और जो लोग उसके चतुर्दिक है उनको सचेत कर दो और सचेत करो इकट्ठा होने के दिन से, जिसमें कोई सन्देह नहीं। एक गिरोह जन्नत में होगा और एक गिरोह भड़कती आग में

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَوْ
और अगर
شَآءَ
चाहता
ٱللَّهُ
अल्लाह
لَجَعَلَهُمْ
अलबत्ता वो बना देता उन्हें
أُمَّةً
उम्मत
وَٰحِدَةً
एक ही
وَلَٰكِن
और लेकिन
يُدْخِلُ
वो दाख़िल करता है
مَن
जिसे
يَشَآءُ
वो चाहता है
فِى
अपनी रहमत में
رَحْمَتِهِۦۚ
अपनी रहमत में
وَٱلظَّٰلِمُونَ
और जो ज़ालिम हैं
مَا
नहीं
لَهُم
उनके लिए
مِّن
कोई दोस्त
وَلِىٍّ
कोई दोस्त
وَلَا
और ना
نَصِيرٍ
कोई मददगार

Walaw shaa Allahu laja'alahum ommatan wahidatan walakin yudkhilu man yashao fee rahmatihi waalththalimoona ma lahum min waliyyin wala naseerin

यदि अल्लाह चाहता तो उन्हें एक ही समुदाय बना देता, किन्तु वह जिसे चाहता है अपनी दयालुता में दाख़िल करता है। रहे ज़ालिम, तो उनका न तो कोई निकटवर्ती मित्र है और न कोई (दूर का) सहायक

Tafseer (तफ़सीर )

أَمِ
या
ٱتَّخَذُوا۟
उन्होंने बना रखे हैं
مِن
उसके सिवा
دُونِهِۦٓ
उसके सिवा
أَوْلِيَآءَۖ
कारसाज़
فَٱللَّهُ
पस अल्लाह
هُوَ
वो ही है
ٱلْوَلِىُّ
कारसाज़
وَهُوَ
और वो
يُحْىِ
वो ज़िन्दा करेगा
ٱلْمَوْتَىٰ
मुर्दों को
وَهُوَ
और वो
عَلَىٰ
ऊपर
كُلِّ
हर
شَىْءٍ
चीज़ के
قَدِيرٌ
ख़ूब क़ुदरत रखने वाला है

Ami ittakhathoo min doonihi awliyaa faAllahu huwa alwaliyyu wahuwa yuhyee almawta wahuwa 'ala kulli shayin qadeerun

(क्या उन्होंने अल्लाह से हटकर दूसरे सहायक बना लिए है,) या उन्होंने उससे हटकर दूसरे संरक्षक बना रखे है? संरक्षक तो अल्लाह ही है। वही मुर्दों को जीवित करता है और उसे हर चीज़ की सामर्थ्य प्राप्त है

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَا
और जो भी
ٱخْتَلَفْتُمْ
इख़्तिलाफ़ किया तुमने
فِيهِ
उसमें
مِن
किसी चीज़ से
شَىْءٍ
किसी चीज़ से
فَحُكْمُهُۥٓ
तो फ़ैसला उसका
إِلَى
तरफ़ अल्लाह के है
ٱللَّهِۚ
तरफ़ अल्लाह के है
ذَٰلِكُمُ
ये है
ٱللَّهُ
अल्लाह
رَبِّى
रब मेरा
عَلَيْهِ
उसी पर
تَوَكَّلْتُ
तवक्कल किया मैं ने
وَإِلَيْهِ
और उसका की तरफ़
أُنِيبُ
मैं रुजूअ करता हूँ

Wama ikhtalaftum feehi min shayin fahukmuhu ila Allahi thalikumu Allahu rabbee 'alayhi tawakkaltu wailayhi oneebu

(रसूल ने कहा,) 'जिस चीज़ में तुमने विभेद किया है उसका फ़ैसला तो अल्लाह के हवाले है। वही अल्लाह मेरा रब है। उसी पर मैंने भरोसा किया है, और उसी की ओर में रुजू करता हूँ

Tafseer (तफ़सीर )
कुरान की जानकारी :
अश-शूरा
القرآن الكريم:الشورى
आयत सजदा (سجدة):-
सूरा (latin):Asy-Syura
सूरा:42
कुल आयत:53
कुल शब्द:860
कुल वर्ण:3588
रुकु:5
वर्गीकरण:मक्कन सूरा
Revelation Order:62
से शुरू आयत:4272