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وَلَنُذِيقَنَّهُم
और अलबत्ता हम ज़रूर चखाऐंगे उन्हें
مِّنَ
अज़ाब में से
ٱلْعَذَابِ
अज़ाब में से
ٱلْأَدْنَىٰ
कमतर/हल्का
دُونَ
अलावा
ٱلْعَذَابِ
अज़ाब
ٱلْأَكْبَرِ
बड़े के
لَعَلَّهُمْ
शायद कि वो
يَرْجِعُونَ
वो लौट आऐं

Walanutheeqannahum mina al'athabi aladna doona al'athabi alakbari la'allahum yarji'oona

हम बड़ी यातना से इतर उन्हें छोटी यातना का मज़ा चखाएँगे, कदाचित वे पलट आएँ

Tafseer (तफ़सीर )

وَمَنْ
और कौन
أَظْلَمُ
बड़ा ज़ालिम है
مِمَّن
उससे जो
ذُكِّرَ
नसीहत किया गया
بِـَٔايَٰتِ
साथ आयात के
رَبِّهِۦ
अपने रब की
ثُمَّ
फिर
أَعْرَضَ
उसने मुँह मोड़ लिया
عَنْهَآۚ
उनसे
إِنَّا
बेशक हम
مِنَ
मुजरिमों से
ٱلْمُجْرِمِينَ
मुजरिमों से
مُنتَقِمُونَ
इन्तिक़ाम लेने वाले हैं

Waman athlamu mimman thukkira biayati rabbihi thumma a'rada 'anha inna mina almujrimeena muntaqimoona

और उस व्यक्ति से बढकर अत्याचारी कौन होगा जिसे उसके रब की आयतों के द्वारा याद दिलाया जाए,फिर वह उनसे मुँह फेर ले? निश्चय ही हम अपराधियों से बदला लेकर रहेंगे

Tafseer (तफ़सीर )

وَلَقَدْ
और अलबत्ता तहक़ीक़
ءَاتَيْنَا
दी हमने
مُوسَى
मूसा को
ٱلْكِتَٰبَ
किताब
فَلَا
पस ना
تَكُن
आप हों
فِى
शक में
مِرْيَةٍ
शक में
مِّن
उसकी मुलाक़ात से
لِّقَآئِهِۦۖ
उसकी मुलाक़ात से
وَجَعَلْنَٰهُ
और बनाया हमने उसे
هُدًى
हिदायत
لِّبَنِىٓ
बनी इस्राईल के लिए
إِسْرَٰٓءِيلَ
बनी इस्राईल के लिए

Walaqad atayna moosa alkitaba fala takun fee miryatin min liqaihi waja'alnahu hudan libanee israeela

हमने मूसा को किताब प्रदान की थी - अतः उसके मिलने के प्रति तुम किसी सन्देह में न रहना और हमने इसराईल की सन्तान के लिए उस (किताब) को मार्गदर्शन बनाया था

Tafseer (तफ़सीर )

وَجَعَلْنَا
और बनाए हमने
مِنْهُمْ
उनमें
أَئِمَّةً
इमाम
يَهْدُونَ
जो रहनुमाई करते थे
بِأَمْرِنَا
हमारे हुक्म से
لَمَّا
जब
صَبَرُوا۟ۖ
उन्होंने सब्र किया
وَكَانُوا۟
और थे वो
بِـَٔايَٰتِنَا
हमारी आयात पर
يُوقِنُونَ
वो यक़ीन रखते

Waja'alna minhum aimmatan yahdoona biamrina lamma sabaroo wakanoo biayatina yooqinoona

और जब वे जमे रहे और उन्हें हमारी आयतों पर विश्वास था, तो हमने उनमें ऐसे नायक बनाए जो हमारे आदेश से मार्ग दिखाते थे

Tafseer (तफ़सीर )

إِنَّ
बेशक
رَبَّكَ
रब आपका
هُوَ
वो ही
يَفْصِلُ
वो फ़ैसला करेगा
بَيْنَهُمْ
दर्मियान उनके
يَوْمَ
दिन
ٱلْقِيَٰمَةِ
क़यामत के
فِيمَا
उसमें जो
كَانُوا۟
थे वो
فِيهِ
जिसमें
يَخْتَلِفُونَ
वो इख़्तिलाफ़ करते

Inna rabbaka huwa yafsilu baynahum yawma alqiyamati feema kanoo feehi yakhtalifoona

निश्चय ही तेरा रब ही क़ियामत के दिन उनके बीच उन बातों का फ़ैसला करेगा, जिनमें वे मतभेद करते रहे है

Tafseer (तफ़सीर )

أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
يَهْدِ
रहनुमाई की
لَهُمْ
उनकी कि
كَمْ
कितनी ही
أَهْلَكْنَا
हलाक कीं हमने
مِن
उनसे पहले
قَبْلِهِم
उनसे पहले
مِّنَ
उम्मतें
ٱلْقُرُونِ
उम्मतें
يَمْشُونَ
वो चलते फिरते हैं
فِى
उनके घरों में
مَسَٰكِنِهِمْۚ
उनके घरों में
إِنَّ
बेशक
فِى
इसमें
ذَٰلِكَ
इसमें
لَءَايَٰتٍۖ
अलबत्ता निशानियाँ हैं
أَفَلَا
क्या भला नहीं
يَسْمَعُونَ
वो सुनते हैं

Awalam yahdi lahum kam ahlakna min qablihim mina alqurooni yamshoona fee masakinihim inna fee thalika laayatin afala yasma'oona

क्या उनके लिए यह चीज़ भी मार्गदर्शक सिद्ध नहीं हुई कि उनसे पहले कितनी ही नस्लों को हम विनष्ट कर चुके है, जिनके रहने-बसने की जगहों में वे चलते-फिरते है? निस्संदेह इसमें बहुत-सी निशानियाँ है। फिर क्या वे सुनने नहीं?

Tafseer (तफ़सीर )

أَوَلَمْ
क्या भला नहीं
يَرَوْا۟
उन्होंने देखा
أَنَّا
बेशक हम
نَسُوقُ
चलाते हैं हम
ٱلْمَآءَ
पानी को
إِلَى
तरफ़ ज़मीन
ٱلْأَرْضِ
तरफ़ ज़मीन
ٱلْجُرُزِ
बंजर के
فَنُخْرِجُ
फिर हम निकालते हैं
بِهِۦ
साथ उसके
زَرْعًا
खेती को
تَأْكُلُ
खाते हैं
مِنْهُ
उससे
أَنْعَٰمُهُمْ
उनके मवेशी
وَأَنفُسُهُمْۖ
और वो ख़ुद भी
أَفَلَا
क्या भला नहीं
يُبْصِرُونَ
वो देखते

Awalam yaraw anna nasooqu almaa ila alardi aljuruzi fanukhriju bihi zar'an takulu minhu an'amuhum waanfusuhum afala yubsiroona

क्या उन्होंने देखा नहीं कि हम सूखी पड़ी भूमि की ओर पानी ले जाते है। फिर उससे खेती उगाते है, जिसमें से उनके चौपाए भी खाते है और वे स्वयं भी? तो क्या उन्हें सूझता नहीं?

Tafseer (तफ़सीर )

وَيَقُولُونَ
और वो कहते हैं
مَتَىٰ
कब होगा
هَٰذَا
ये
ٱلْفَتْحُ
फ़ैसला
إِن
अगर
كُنتُمْ
हो तुम
صَٰدِقِينَ
सच्चे

Wayaqooloona mata hatha alfathu in kuntum sadiqeena

वे कहते है कि 'यह फ़ैसला कब होगा, यदि तुम सच्चे हो?'

Tafseer (तफ़सीर )

قُلْ
कह दीजिए
يَوْمَ
दिन
ٱلْفَتْحِ
फ़ैसले के
لَا
ना नफ़ा देगा
يَنفَعُ
ना नफ़ा देगा
ٱلَّذِينَ
उनको जिन्होंने
كَفَرُوٓا۟
कुफ़्र किया
إِيمَٰنُهُمْ
ईमान लाना उनका
وَلَا
और ना
هُمْ
वो
يُنظَرُونَ
वो मोहलत दिए जाऐंगे

Qul yawma alfathi la yanfa'u allatheena kafaroo eemanuhum wala hum yuntharoona

कह दो कि 'फ़ैसले के दिन इनकार करनेवालों का ईमान उनके लिए कुछ लाभदायक न होगा और न उन्हें ठील ही दी जाएगी।'

Tafseer (तफ़सीर )

فَأَعْرِضْ
पस ऐराज़ कीजिए
عَنْهُمْ
उनसे
وَٱنتَظِرْ
और इन्तिज़ार कीजिए
إِنَّهُم
बेशक वो (भी)
مُّنتَظِرُونَ
इन्तिज़ार करने वाले हैं

Faa'rid 'anhum waintathir innahum muntathiroona

अच्छा, उन्हें उनके हाल पर छोड़ दो और प्रतीक्षा करो। वे भी परीक्षारत है

Tafseer (तफ़सीर )